बयान दर्ज कराने को तैयार हैं सीएम हेमंत सोरेन, मनी लॉन्ड्रिंग में अब 20 को होगी पूछताछ
सत्य खबर/नई दिल्ली:
लंबे समय से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ से बचने की कोशिश कर रहे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब अपना बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हैं. ईडी की ओर से अब तक सोरेन को सात समन जारी किए जा चुके थे, लेकिन सोरेन ने ईडी को पत्र लिखकर एजेंसी द्वारा की जा रही कार्रवाई की निंदा की थी. उन्होंने ईडी द्वारा जारी समन को भी पूरी तरह से अवैध बताया था. इसके बाद ईडी की ओर से आठवां समन हेमंत सोरेन को जारी किया गया, जिसके जवाब में हेमंत सोरेन अपना बयान दर्ज कराने के लिए तैयार हो गये हैं.
जानकार सूत्रों का कहना है कि आठवें समन के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री ने ईडी को अपना जवाब भेज दिया है. मुख्यमंत्री सोरेन ने ईडी की टीम को पूछताछ के लिए रांची बुलाया है. सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री सोरेन ने पत्र के जरिये ईडी को जानकारी दी है कि एजेंसी की टीम 20 जनवरी को रांची आ सकती है और सीएम आवास पर पूछताछ कर सकती है.
ईडी ने सख्त लहजे में चेतावनी दी थी
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की टीम लंबे समय से सोरेन से पूछताछ करने की कोशिश कर रही है, लेकिन सोरेन ने अभी तक अपना बयान दर्ज नहीं कराया है. इसके बाद ईडी की ओर से कहा गया कि अगर वह 16 से 20 जनवरी के बीच एजेंसी के सामने पेश नहीं होते हैं तो उन्हें खुद उनके पास आना होगा. ईडी ने यहां तक कहा था कि ऐसे में कानून-व्यवस्था को लेकर चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं. यह आपकी जिम्मेदारी होगी और इसलिए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आप राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को इस संबंध में उचित निर्देश जारी करें.
इसके बाद सोरेन पूछताछ के लिए उपस्थित होने को तैयार हो गये. मुख्यमंत्री सोरेन ने सोमवार को कहा कि वह ईडी के समक्ष अपना बयान दर्ज कराने को तैयार हैं. अब ईडी की टीम 20 जनवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री से पूछताछ कर सकती है.
सोरेन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे हैं
झारखंड के मुख्यमंत्री पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. दरअसल, झारखंड में भू-माफियाओं ने अवैध तरीके से जमीन का मालिकाना हक बदल कर पूरी जमीन हड़प ली है. इस मामले की जांच ईडी कर रही है. इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इनमें 2011 बैच की आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं. वह राज्य समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के पद पर रह चुके हैं.
सातवां समन जारी होने के बाद सोरेन ने ईडी को लिखे पत्र में कई आरोप लगाए थे. पत्र में उन्होंने कहा था कि मुझे जारी किया गया समन पूरी तरह से अवैध है. मैंने अपनी संपत्तियों का पूरा ब्योरा पहले ही दे दिया है।’ उन्होंने ईडी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि मामले का मीडिया ट्रायल करना गलत है. उन्होंने ईडी पर झारखंड सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करने का भी आरोप लगाया था.
बीजेपी घिरी, कांग्रेस बचाव में जुटी
ईडी की ओर से सातवां समन जारी होने के बाद बीजेपी ने सोरेन पर निशाना साधा था. बीजेपी ने कहा कि इस मामले में सोरेन दोषी हैं और इसीलिए वह पूछताछ के लिए पेश नहीं हो रहे हैं. दूसरी ओर, कांग्रेस सोरेन का बचाव करने में जुटी है. प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की का कहना है कि केंद्रीय एजेंसियों द्वारा एक आदिवासी मुख्यमंत्री को निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है.